What is aquaponics and hydroponics Agricultural Technique In Hindi
What is aquaponics and hydroponics Agricultural Technique:- दोस्तों, लगातार परिवर्तित हो रहे वातावरण तथा प्रदूषण के कारण जैविक क्षेत्रों में हानिकारक प्रभाव पड़ रहे हैं। जिसके कारण खेती से जुड़े अनेक तकनीकी प्रभावित हो रहे हैं। जैसा कि देखा जाता है, हमारे आस-पास के खेतों में किसी भी प्रकार के अनाज या सब्जियों को उगाने के लिए उर्वरक एवं दवाओं का प्रयोग किया जाता है। इन सभी के अधिक प्रयोग से मिट्टी की उर्वरता खत्म होती जा रही है। इससे बड़ा संकट हमारे जीवन का खेती में प्रयोग किए जाने वाले जल का है। जल की कमी के कारण खेती में अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। विज्ञान ने खेती से जुड़े कुछ नए तकनीकी के बारे मैं खोजे की। आज हम दो ऐसे तकनीकी के बारे में बात करेंगे जो भविष्य में खेती के लिए बेहतर कारगर साबित होंगे।
एक्वापोनिक्स और हाइड्रोपोनिक्स प्रणाली (Aquaponics and hydroponics Agricultural Technique) दो ऐसी प्रणालियां है| जो भविष्य में कम क्षेत्र तथा कम जल की स्थिति में भी प्रयोग किए जा सकते हैं। आज हम इन्हीं दोनों प्रणालियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे हैं। इस जानकारी को प्राप्त करने के लिए अनेक को अंत तक जरूर पढ़ें।
What is aquaponics Agricultural Technique
सबसे पहले आज हम एक्वापोनिक्स प्रणाली के बारे में बात करेंगे। एक्वापोनिक्स क्या है, और यह किस प्रकार से कार्य करता है| इन जानकारियों को नीचे बिंदु के आधार विस्तारित किए गए हैं। (Aquaponics and hydroponics Agricultural Technique)
- एक्वापोनिक्स प्रणाली के अनुसार, एक प्राकृतिक या कृत्रिम झील अथवा ताजे पानी वाली तालाब में उपयुक्त तकनीक एवं उपकरणों का उपयोग करके एक्वापोनिक्स तकनीकी बनाई जाती है।
- इस तरह की खेती में जलीय जंतु जैसे मछलियां एवं अन्य जीव आसानी से विकास एवं आवास प्राप्त करते हैं।
- इस प्रणाली से एक प्रकार के जंतुओं की अधिक मात्रा का उत्पादन किया जा सकता है।
- मछली पालन इस प्रणाली का सर्वोत्तम उदाहरण है।
Aquaponics Agricultural Technique के मुख्य बिंदु
- एक्वापोनिक्स प्रणाली के अंतर्गत एक ही परिस्थितिक तंत्र में मछलियों एवं पौधों को साथ साथ पालन करते हैं
- इस प्रणाली में मछलियों के मल पौधों को जैविक उर्वरक की कमी को पूरा करते हैं।
- जबकि प्रणाली में प्रयोग किए गए पौधे मछलियों के लिए जल को शुद्ध करने का काम करते हैं।
- मछलियों एवं पौधों के इस कार्य से परिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बना रहता है।
- इस प्रणाली में सूक्ष्मजीव अर्थात नाइट्रोजन इन बैक्टीरिया मछलियों के अपशिष्ट पदार्थ में उपस्थित अमोनिया को नाइट्रेट के रूप में परिवर्तित करते हैं।
- सूक्ष्म जीवों द्वारा परिवर्तित किए गए नाइट्रेट का उपयोग, पौधे वृद्धि के रूप में प्रयोग करते हैं।
एक्वापोनिक्स प्रणाली के लाभ
- इस प्रणाली से खाद्य पदार्थों की पैदावार में 20 से 25% बढ़ोतरी देखी जाती है।
- खाद्य पदार्थों की गुणात्मक एवं पौष्टिक क्षमता बेहतर हो जाती है।
- यह प्रणाली आसानी से किसी भी बंजर जमीन पर की जा सकती है। जिससे जंतु एवं पौधों दोनों को लाभ मिलता है।
- इस प्रणाली के अंतर्गत पौधे एवं जलीय जंतु दोनों ही उपयोग में लाए जाते हैं तथा दोनों का सृजन उचित प्रकार से किया जा सकता है।
एक्वापोनिक्स प्रणाली की खामियां
- सामान्य खेती की तुलना में यह काफी महंगी खेती होती है।
- इस खेती में मछली, सोच में जीव और पौधों के बारे में आवश्यक जानकारी होनी चाहिए।
- पौधों को उगाने के लिए अनुकूलन तापमान 17 से 34 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए।
- किसी भी प्रकार की गलती या दुर्घटना से सारा तंत्र नष्ट हो सकता है।
- यदि किसी स्थान पर केवल एक ही प्रणाली उपयोग की जाती है| तो इस प्रणाली से भोजन की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता।
एक्वापोनिक्स में होने वाली नाइट्रोजन चक्र (aquaponics and hydroponics Agricultural Technique)
What is hydroponics Agricultural Technique
aquaponics and hydroponics Agricultural Technique:- भविष्य में कृषि के तकनीकी को बदलने में हाइड्रोपोनिक से तकनीकी बेहतर मानी जाती है। इस तकनीकी के अंतर्गत, फसलों को बिना खेत में लगाएं केवल जल और पौष्टिक तत्वों की मदद से उगाया जाता है। इस प्रणाली को जल संवर्धन या जलीय कृषि कहते हैं।
हाइड्रोपोनिक्स प्रणाली के लाभ
- खेती करने की या तकनीकी पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए बेहद कारगर साबित होती है।
- इस तकनीकी में पानी की आवश्यकता कम होती है। जिससे पानी की बचत की जा सकती है।
- हाइड्रोपोनिक्स तकनीकी में कीटनाशक दवाओं का प्रयोग बहुत कम किया जाता है
- भूमि में की जाने वाली खेती के द्वारा प्राप्त फसल इस तकनीकी से काफी कम होती है।
- उदाहरण के तौर पर इस तकनीकी के द्वारा 1 किलो मक्का से 5 से 7 किलो चारा 10 दिन में बनाया जा सकता है। इसमें जमीन की आवश्यकता नहीं होती।
- इस तकनीक के द्वारा खेती में लगने वाली मेहनत बच जाती है। अर्थात मेहनत बहुत कम की जाती है।
- इस तकनीकी से मिलने वाले चारों में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।
- हाइड्रोपोनिक्स प्रणाली से हो गए पौधों को ऑक्सीजन ज्यादा मिल जाती है तथा फसले कम लागत में तैयार हो जाती हैं।
Aquaponics and hydroponics Agricultural Technique में तुलना
पैरामीटर | aquaponics | hydroponics |
लागत | अधिक खर्चिला | कम लागत |
संयंत्र | एक्वेरियम में | खुले क्षेत्र में |
उर्वरकता | समान्य से 20 से 35 % ज्यादा | समान्य से 40 से 45 % ज्यादा |
पानी की मात्रा | अधिक | कम |
दोस्तों आज के लेख में हमने aquaponics and hydroponics Agricultural Technique के बारे में जानकारी दी| आशा करता हू कि यह लेख आपको पसंद आई होगी| इस लेख से मिली जानकारी के द्वारा आप खेती के नए तरीके से अवगत हुए होंगे| आप अपनी राय हमे जरुर बताये| आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है|इस जानकारी को अन्य लोगो तक जरुर शेयर करे|
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